VGGS 2024: अगले 5 वर्षों में IT/ITeS निर्यात को ₹25,000 करोड़ तक ले जाने का गुजरात का लक्ष्य


इस लक्ष्य के लिए गुजरात IT/ITeS नीति 2022-27 बनेगी सहायक

गुजरात ने वित्त वर्ष 21-22 में IT/ITeS निर्यात में 14% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की

गांधीनगर/नई दिल्ली, 5 दिसंबर। वर्ल्ड-क्लास IT इन्फ्रस्ट्रक्चर, उच्च कौशल संसधानों, टेक्नोलॉजी में इनोवेशन के लिए अनुकूल माहौल के साथ भारत के अग्रणी राज्यों में से एक बनने के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, गुजरात सरकार ने IT/ITeS नीति 2022-27 पेश की। इस नीति के माध्यम से गुजरात अगले 5 वर्षों में लगभग 25,000 करोड़ रुपये के साथ IT/ITeS निर्यात को बढ़ाकर 1 लाख से अधिक नौकरियां पैदा करने में सक्षम बनेगा।


गुजरात में 5000 से भी ज़्यादा, छोटी, मध्यम और बड़ी ICT कंपनियां है, जिनमें अधिकतर कंपनियां अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा और सूरत में है। इन कंपनियों के IT/ ITeS एक्पोर्ट्स में 14% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में, गुजरात ने STPI (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया) रजिस्टर्ड यूनिट्स के माध्यम से सॉफ्टवेयर एक्स्पोर्ट में लगभग 5000 करोड़ रुपए हासिल किए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में, भारतीय IT इंडस्ट्री अपनी डिजिटल ताकत को और मजबूत बनाने के लिए नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को अपना रहा है। भारत लगातार IT इंडस्ट्री, AI, साइबर सिक्योरिटी और IoT जैसी उभरती हुई अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है।

प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत@2047’ के विज़न में अपना योगदान देने के लिए गुजरात भी प्रयत्न कर रहा है। इसी दिशा में आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 से पहले 11 अंतरराष्ट्रीय और 8 राष्ट्रीय रोड शो आयोजित किए गए। गुजरात के प्रतिनिधिमंडल ने कई प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय IT/ITeS कंपनियों के लीडर्स के साथ अहम बैठकें भी की।

इन चर्चाओं में IT/ITes सेक्टर के प्रति गुजरात के विज़न और राज्य में मौजूद अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया। फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और इटली की उल्लेखनीय अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ-साथ चेन्नई, बेंगलुरु और चंडीगढ़ की प्रमुख भारतीय कंपनियों ने गुजरात के IT सेक्टर में निवेश करने की प्रति गहरी रुचि व्यक्त की।


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