मेट्रो से सैमसंग फैक्ट्री का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति
- प्रोटोकाल के तहत डीएनडी से नोएडा में करना था प्रवेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने सोमवार को नोएडा के सेक्टर-81 में सैमसंग फैक्ट्री का उद्घाटन किया। इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इससे पहले, मोदी ने सोमवार को मून जे-इन के साथ दिल्ली मेट्रो में सफर कर नोएडा बाटोनिकल गार्डे न पहुंचेे, जबकि प्रोटोकाल के तहत उनको सड़क मार्ग से वाया डीएनडी होकर आना था, लेकिन आने के चंद मिनटों पहले ही रूट में बदलाव किया गया। दोनों नेताओं ने द्बारका से नोएडा सिटी सेंटर को जोड़ने वाली ब्लू लाइन मेट्रो में यात्रा की। दोनों नेता व अन्य लोग शाम चार बजकर 36 मिनट पर मंडी हाउस स्टेशन में मेट्रो में सवार हुए और करीब पांच बजकर दो मिनट पर बोटेनिकल गार्डे न मेट्रो स्टेशन पर उतर गए। इस दौरान उन्होंने मंडी हाउस में दोनों ने टोकन लिया और सामान्य मुसाफिर की तरफ सफर किया। बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा और एडीजी प्रशांत कुमार ने फूल देकर दोनों का स्वागत किया। इसके बाद काफिला सैमसंग यूनिट की तरफ चल दिया।
पुलिस को 2० मिनट पहले ही रूट परिवर्तन का चला पता:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन का नोएडा का रूट होने की बात का पता पुलिस को करीब 2० मिनट पहले ही चली थी, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों को रूट चेंज होने की खबर करीब घंटों पहले ही चल गई थी, लेकिन 2० मिनट में ही नेाएडा पुलिस ने आनन-फानन में नया रूट तैयार कर लिया, जबकि पहले के प्लान के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को दिल्ली से डीएनडी होकर नोएडा के सेक्टर-81 स्थित सैमसंग कपनी पहुंचना था, लेकिन प्लान चेंज कर मेट्रो से सफर बोटेनिकल गार्डे न पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग के द्बारा कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें।
रूट बदलते ही सड़कों पर लगवाई झाडू:
- प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग यानि डीएनडी से होते हुए सैमसंग यूनिट जाना था, लेकिन प्रोटोकाल के तहत दिए गए समय से महज 2० मिनट पहले ही मार्ग में परिवर्तन कर दिया गया। जानकारी मिलते ही प्राधिकरण अधिकारियों के अलावा पुलिस महकमे के होश उड़ गए। महज 2० मिनट में पूरे मेट्रो स्टेशन को सुरक्षा के लिहाज से कवर किया गया। स्टेशन के बाहर साफ-सफाई कराई गई। सड़कों को चकाचक किया गया। साथ ही, नए रास्ते पर पुलिस बल तैनात किया गया। बैरीकेंडिग कर सड़क मार्ग पर यातायात को रोका गया। काफिला ठीक पांच बजकर 5 मिनट पर मेट्रो स्टेशन से निकला। वह नए रास्ते यानि सेक्टर-38ए स्थित जीआईपी मॉल से होते हुए नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से होते हुए सैमसंग यूनिट पहुंचे। इस दौरान डीएनडी से लेकर रजनीगंधा अंडरपास से पहले फिल्म सिटी कट तक की गई सजावट मूक दर्शक बनी रही।
स्कूली बच्चों ने किया स्वागत:
- सुबह स्कूल में क्लास अटेंड करने के बाद सात स्थानों पर बच्चों को सड़क किनारे खड़ा किया। उनके हाथों में इंडो-कोरिया के झंडे थे। कार्यक्रम था कि प्रधानमंत्री व दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का काफिला निकलने के साथ वह झंडों से उनका स्वागत करेंगे। ऐसे में, डीएनडी में सेक्टर-95 से पहले खड़े बच्चों के हाथ मायूसी लगी। वह काफिले को नहीं देख सके, हालांकि रूट पर आगे खड़े बच्चों ने हाथ हिलाकर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने भी उनका अभिनंदन किया।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री के स्वागत के इंतजार में यह बच्चे दोपहर तीन बजे खड़ेे रहे। तेज धूप में बच्चों ने पुल के नीचे खड़े रहे। पैरों में दर्द की वजह से वह वहीं, बैठ गए। इस दौरान थकावट उनके चेहरों पर साफ देखी जा रही थी। एक्सप्रेस-वे पर बने बस स्टैंड के शेल्टर के नीचे भी भीषण गर्मी को झेलते हुए बच्चे वहीं बैठ गए, हालांकि स्वागत के दौरान उनके चेहरों पर थकावट की शिकन नहीं दिख रही थी।
चप्पे-चप्पे पर रही पुलिस की निगरानी:
- प्रधानमंत्री के नोएडा आगमन पर सुरक्षा के लिहाज से सात से आठ कटों को बैरीकेंडिग कर उनको बंद कर दिया गया। डीएससी रोड पर बना डिवाइडर भी तोड़ दिया गया, ताकि बाधा न आए। सुरक्षा के सख्त इंतजामों के चलते चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा, जिसमें आरएएफ, एसएसबी, पैरा मिलेट्री के अलावा करीब 5 हजार पुलिस के जवाब मौजूद रहे। रूट बदलने के बाद भी इन सुरक्षा कर्मियों ने नए रूट को महज 1० मिनट में कवर कर लिया। जीआईपी के सामने सड़क को दोनों ओर से बंद कर दिया गया। डिवाइडर व शाहदरा ड्रेन पर सुरक्षा का घेरा सख्त कर दिया गया। आने जाने वाले दोनों रूटों पर यातायात को रोक दिया गया। इसके साथ ही खराब सीसीटीवी को ठीक किया गया।
घरों में कैद हो गए सोसाइटी के लोग:
- सुरक्षा के लिहाज से पूरे मार्ग पर पड़ने वाली सोसाइटी के गेटो के सामने बैरीकेंडिग कर उन्हें बंद कर दिया गया। वह सोसाइटी के अंदर ही कैद होकर रहे गए। कुछ लोग सोसाइटी के गेट पर पहुंचे भी तो सुरक्षा के लिहाज से उन्हें घर में रहने की सलाह दी गई। ऐसे में, नोएडा के अलावा दिल्ली के अन्य यूनिटो में काम करने वाले लाग देर रात ही घर में प्रवेश कर सके। बताते चलें कि इस रूट पर करीब एक दर्जन से अधिक सोसाइटी हैं, जिनमे 5० हजार से अधिक लोग रहते हैं। लिहाजा, इन लोगों के मुख्य द्बार को ही बंद कर दिया गया। वह न तो अंदर से बाहर जा सकते थे और न ही बाहर से अंदर। कई लोगों ने बताया कि एडवाइजरी रूट डायवर्जन की थी, लेकिन इन्होंने तो सोसाइटी के गेट को ही बैरीकेड कर बंद कर दिया।
ऐसे में, हम सोसाइटी में कैद होकर रह गए।
न्यौता नहीं मिलने से सामाजिक संठगनों व उद्यमियों में रोष:
- कार्यक्रम शहर में निवेश को बढ़ाने को लेकर था। यूनिट का उदघटन किया गया, लेकिन शहर के उद्यमियों को कार्यक्रम से दूर रखा गया। वहीं, शहर के सामाजिक संगठनो को भी कार्यक्रम में न्यौता नहीं दिया गया। उद्यमियों ने कहा कि मेक इन इंडिया में उनकी भी भूमिका है। कम से कम न्यौता तो दिया जाना चाहिए था, इससे उनका मनोबल भी बढ़ता, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। वहीं, सामाजिक संगठनो व फोनरवा के लोगों ने भी रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शहर को बसाने में संगठनों की अहम भूमिका रही है। ऐसे में, जब बात शहर में निवेश बढ़ाने और विकास की हो तो कम से कम उनको कार्यक्रम में बुलाया जाना चाहिए था।
डायवर्जन सहुलियत नहीं, बनी चालकों के लिए आफत:
- सुबह से शाम तक मुख्य सड़कों के अलावा शहर की सीमाओं पर भीषण जमा लगा। प्रधानमंत्री व दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने भले ही शहर को सौगात दी, लेकिन उनके काफिले व रूट परिवर्तन ने शहर के यातायात व्यवस्था की नींव को ही हिला दिया। सुबह से ही एनएच-24, गौर चौराहे पर भीषण जाम लग गया। यहां वाहनों के निकलने तक की जगह नहीं थी। एनएच-24 पर तीन घंटे तक वाहनों की गति 1० किलोमीटर प्रतिघंटा भी नहीं थी। यही हाल गौड़ चौराहे का भी थी। यह हाल तब था जब डावर्जन प्लान लागू नहीं किया
गया था। काफि ला आते ही डावर्जन प्लान को लागू कर दिया गया, जिसके बाद शहर के सभी मुख्य सड़कों के अलावा चौराहों नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ग्रेटर नोएडा की तरफ से कालिदी कुंज में भीषण जाम लग गया। पीक आवर में यह स्थिति हद से ज्यादा बढ़ गई। रात करीब 1० बजे तक स्थिति सामान्य हो सकी। प्रधानमंत्री कार्यक्रम को लेकर यातायात पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसके तहत शहर में सोमवार को शाम 4 बजे से लेकर 7 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा। डीएनडी फ्लाइओवर से अशोक नगर, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद जाने वाले लोगों को नेशनल हाइवे-24 का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा, परी चौक से दिल्ली जाने वाले लोग भी परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक रुट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी, लेकिन सोमवार सुबह से ही एनएच-24 ,ग्रेनो वेस्ट में भीषण जाम लग गया। यहां यातायात को संभालने वाला तक कोई नहीं था। ऐसे में आंतरिक सड़के भी जाम में तब्दील हो गई। कार्यक्रम समाप्त होने
के बाद भी यही स्थिति रही। काफिला सड़क मार्ग से बाटेनिकल गार्डे न पहुंचा। वहां से दोबारा मेट्रो में सफर कर दिल्ली पहुंचें। इस दौरान करीब तीन घंटे तक डावर्जन लागू रहा, जिसने यातायात व्यवस्था को चरमा कर रख दिया।
डीएससी व आंतरिक सड़कों पर लगा जाम:
- रूट था डीएनडी से नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से सीधे सेक्टर-93ए कट से सैमसंग यूनिट तक पहुंचना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आगमन से कुछ मिनट पहले रूट में बदलाव कर दिया गया। ऐसे में, डीएससी रोड के यातायात को रजनीगंधा पर रोक दिया गया। आनन-फानन में सड़क को खाली कराया गया। इसके साथ ही डीएससी रोड पर सेक्टर-97 अंडरपास, महामाया फ्लाईओवर की तरफ से आने वाले यातायात को बोटेनिकल गार्डन से पहले, सेक्टर-18 के अंतरिक सड़क व सेक्टर-38ए के सामने के यातायात को बंद कर दिया गया। सड़क पर अन्य वाहनों को जल्द से जल्द हटाया गया। यह करीब दो से तीन किलोमीटर लंबा रूट है, जो आगे सेक्टर-95 से होते हुए एक्सप्रेस-वे को जोड़ता है। ऐसे में, पूरा रूट खाली कराने में यातायात पुलिस के पसीने छूट गए, हालांकि रूट बंद होते ही यहां भी यातायात व्यवस्था बिगड़ गई। एमपी-०1,०2 व ०3 पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सेक्टर-14ए पर तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
Post a Comment