क्या अब वह दिन दूर नहीं, जब हर दिन कोरोना के आने लगेंगे एक लाख मामले | Corona cases exceeded 5 lakh in India


Isn't that day away now, when a million cases of corona will start coming every day 
भारत में कोरोना वायरस का आकड़ा पांच लाख से आगे निकल गया है। 26 जून तक भारत में 5,09,306 मामले सामने चुके हैं। मामलों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया में चौथे स्थान पर है। भारत से आगे अमेरिका में (25,18,083), ब्राजील में (12,44,419), रसिया में (6,20,794) मामले सामने चुके हैं। भारत में अब तक 15 हजार 689 लोगों की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने से हुई है। भारत में जिस अनुपात में मामले बढ़ रहे हैं, उससे यह अंदाजा लगाना कठिन नहीं है कि आने वाले दिनों की तस्वीर और भी भयानक होगी। इसके बहुत से कारण है। पहला यह कि देश में अधिकांश जगहों पर लॉकडाउन नहीं है और परिवहन व्यवस्था संचालित होने लगी है, बाजारों अन्य जगहों पर भीड़ जुट रही है। इसके अलावा दूसरा बड़ा कारण है पहले के मुकाबले प्रशासन के बीच बढ़ती सुस्ती और क्वांरनटाइन को लेकर घटती सख्ती। 



छह दिन में ही गए 1 लाख मामले
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की भयानक तस्वीर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जहां शुरूआत में 1 लाख तक आकड़ा पहुंचने में 78 दिन लगे थे, वहीं अब 1 लाख मामले तो महज 6 दिन के अंदर सामने आए हैं, जिनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता हैदराबाद जैसे शहरों में अधिक मामले सामने आए हैं। इस अंतराल में केवल मामले बढे हैं, बल्कि मौतों का ग्रॉफ भी उसी अनुपात में बढ़ा है। शुरूआती 1 लाख मामले भारत में 2 मार्च से लेकर 18 मई के दरम्यान दर्ज हुए थे। इसके बाद अगले 1 लाख मामले महज 15 दिनों के अंदर यानि 18 मई से 2 जून के बीच आए थे। इसके बाद अगले 1 लाख मामले सामने आने में महज 10 दिन का समय लगा था। ये 1 लाख मामले 2 जून से 12 जून के बीच आए। इसके अगले 1 लाख मामले केवल 8 दिनों के अंदर आए थे, जो 12 से 20 जून के बीच के अंतराल का समय था। 20 जून से 26 जून तक यानि केवल 6 दिनों के अंदर 1 लाख मामले सामने आए हैं। अगर, यही अनुपात रहेगा तो आने वाले दो-चार दिन में ही प्रति दिन आने वाले मामलों का आकड़ा 1 लाख से ऊपर चला जाएगा।
मौत का ग्रॉफ भी बढ़ा
सरकार मान रही है कि रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है कि मौतों का आकड़ा भी तेजी से कम हो रहा है। जब भारत में शुरूआती 1,00,311 मामले थे तो उस वक्त तक कोरोना संक्रमण की वजह से 3,081 लोगों की मौत हो चुकी थी। यह अंतराल वहीं 78 दिन यानि 2 मार्च से 18 मई के बीच का समय था। इसके बाद जब 18 मई से 2 जून के बीच मामले 2,07,112 हो गए थे तो मौतों का आकड़ा 5,753 था। जब देश में 309,324 मामले हुए तो 8,882 लोगों की मौत हो चुकी थी, जब संक्रमित मामलों का आकड़ा 4,11,500 पर पहुंचा तो मौतों का आकड़ा 13,728 पर पहुंच चुका था। 26 जून तक देश में कोरोना संक्रमित लोगों का आकड़ा 5,09,306 पहुंच गया है तो मौतों का आकड़ा भी 15,689 पर पहुंच चुका है।
दिल्ली-महाराष्ट्र की स्थिति सबसे अधिक खराब
देशभर में तीन ऐसे हॉटस्पॉट हैं, जहां सबसे अधिक मामले सामने रहे हैं। इनमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, आर्थिक राजधानी मुंबई और तमिलनाडु शामिल हैं। महाराष्ट्र  में अब तक 1,52,765 मामले दर्ज किए गए हैं। राजधानी दिल्ली में सबसे अधिक 77,240 मामले रिपोर्ट किए गए हैं और तमिलनाडु में यह आकड़ा 74,622 पर पहुंच चुका है। संक्रमित मामलों के हिसाब से गुजरात चौथे स्थान पर है। यहां अब तक कुल 30,158 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के बाद भी उत्तर प्रदेश की स्थिति सही है। हालांकि, यह 21,130 मामलों के साथ पांचवें स्थान पर है। उत्तर-प्रदेश के बाद राजस्थान में 16,660, पश्चिम बंगाल में 16,190, मध्यप्रदेश में 12,884, हरियाणा में 12,798, तेलंगाना में 12,349, आंध्र-प्रदेश में 11,489, कर्नाटका 11,005, बिहार 8,678, जम्मू-कश्मीर 6762, आसाम 6,647, ओडिसा 6,180, पंजाब 4,957, केरला 3,876, उत्तराखंड 2,725 छत्तीसगढ़ में 2,545 मामले में सामने चुके हैं।



दिल्ली में 47 तो महाराष्ट्र में 79 हजार मरीज हो चुके हैं ठीक
दिल्ली में अब तक आए 77,240 मामलों में से 47,091 मरीज ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र में 1,52,765 मामलों में से 79,815 मामले रिकवर हो चुके हैं। उत्तर-प्रदेश में 21,130 मरीजों में से 13,583 मरीज ठीक हो चुके हैं। उत्तराखंड में 2,725 में से 1,822, पंजाब में 4,957 में से 3,201, जम्मू-कश्मीर में 6,762 में से 4,080, हरियाणा में 12,884 में से 8,016, राजस्थान में 16,660 में से 13,062, गुजरात में 30,158 में से 22,038, छत्तीसगढ़ में 2,545 में से 1,885, मध्यप्रदेश में 12,798 में से 9,804, लदख में 946 में से 467, हिमाचल प्रदेश में 864 में से 494, चडीगढ़ में 425 में से 335, दादर नागर हवेली में 155 में से 32, गोवा में 1,039 में से 370, तेलंगाना 12,349 में से 4,766, कर्नाटका में 11,005 में से 6,916, केरला में 3,876 में से 2,006, अरूणांचल प्रदेश में 172 में से 42, सिक्किम में 86 में से 46, आसाम 6,647 में से 4,248, त्रिपुरा में 1,296 में से 1,019, बिहार में 8,678 में से 6,669, झारखंड में 2,294 में से 1,647, नागालैंड में 371 में से 160, मेघालय में 47 में से 42, उड़ीसा में 6,180 में से 4,422, आंध्र प्रदेश में 11,489 में से 5,196, पांडिचेरी में 534 में से 203, तमिलनाडु में 74,622 में से 41,357, मणीपुर में 1,075 में से 393, मिजोरम में 147 में से 47, वेस्ट बंगाल में 16,190 में से 10,535 और अंडमान निकोबार में 72 में से 43 मामले रिकवर हो चुके हैं। संक्रमित मामलों की संख्या और रिकवरी के मामले 26 जून 2020 तक के हैं।
26 जून तक दुनिया के 10 सबसे अधिक मामले वाले देशों में यह रहे कोविड-19 के आकड़े
देश        मामले               मौतें
यूएस      25,18,083       1,27,018
ब्राजील    1,244,419         55,304
रसिया    6,20,794             8,781
इंडिया     5,09,306           15,689
यूके         3,09,360         43,114
स्पेन       2,94,985          28,338
पेरू         2,68,602            8,761
चिली      2,63,360           5,068
इटली      2,39,961         34,708
ईरान      2,17,724         10,239
दुनिया में कुल मामले-  97,99,325
दुनिया में अब तक हुई मौंतें- 49,39,956

नोट : इस स्टोरी के आकड़े मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर (MOHFW Covid-19) WORLD DOMETER द्वारा जारी आकड़ों पर आधारित हैं। 

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