एक जनवरी से बदल रहे ये 10 महत्वपूर्ण नियम I These 10 important rules are changing from 1 January
नया साल
2021 का शुभारंभ होने में अभी कुछ ही दिन बचे हैं।
2020 के कोरोना काल में बीतने से इस बार नए साल के आगमन के जन में काफी बदलाव देखने को मिलेगा, क्योंकि एक तरफ कोरोना का खौफ है और दूसरी तरफ आर्थिक चुनौतियों का दौर। पर जब आप 1 जनवरी को नए साल में प्रवेश करेंगे तो आपसे जुड़ी हुई बहुत सी चीजें बदल जाएंगी। यानि नया साल अपने साथ बहुत सी नई चीजें लेकर आने वाला है। इसीलिए आपको ऐसे 10 उन नियमों के बारे में जान लेना चाहिए, जिनमें बदलाव होने जा रहा है।
बढ़ जाएगी कारों की कीमत
अगर, आप यह प्लान कर रहे हैं कि नए साल में कार खरीदेंगे तो आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, क्योंकि 1 जनवरी से कार और महंगी होने जा रही हैं। देश के तीन सबसे बड़े कार निर्माता अपनी कारों की कीमत बढ़ाने जा रहे हैं। अब तक, जिन कंपनियों ने अपने वाहनों के लिए मूल्य वृद्घि की घोषणा की है, उनमें मारुति सुजुकी, फोर्ड इंडिया और किआ मोटर्स शामिल हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अन्य कंपनियां भी जल्द ही इस तरह की घोषणा कर सकती हैं। इसीलिए इस साल के बचे हुए दिनों में आप कार की बुकिंग करवा सकते हैं, जो जनवरी
2021 से मिलने वाली कारों से थोड़े सस्ते बुक हो जाएगी।
फास्टैग की अनिवार्यता
1 जनवरी
2021 से टोल पार करने के लिए ट्रेनों में फास्टैग की आवश्यकता होगी। फास्टैग के बिना राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल को पार करने वाले ड्राइवरों को दोहरा शुल्क देना होगा। बता दें कि वर्तमान में सभी टोल प्लाजा पर
80 प्रतिशत लाइनों को फास्टैग और 20
प्रतिशत लाइनों को कैश के रूप में उपयोग किया जा रहा है। 1 जनवरी से सभी लाइव फास्टैग होंगे। आपको अपने फास्टैग खाते में न्यूनतम
150 रुपये रखने की आवश्यकता है। अन्यथा फास्टैग को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
म्यूचुअल फंड में निवेश का नियम
एक जनवरी से यह नियम भी बदल जाएगा। दरअसल, निवेशकों के हित में, बाजार नियामक सेबी ने जोखिम को कम करने के लिए म्यूचुअल फंड के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। सेबी ने मल्टीकैप म्यूचुअल फंड के लिए परिसंपत्ति आवंटन नियमों में संशोधन किया है। नए नियमों के तहत, 75
फीसदी फंडों को अब इक्विटीज में निवेश करना होगा, जो मौजूदा 65 फीसदी से अधिक है। सेबी के नए नियमों के अनुसार मल्टी-कैप फंड की संरचना बदल जाएगी। मिडकैप और स्मॉलकैप में
25-25 फीसदी निवेश करना जरूरी होगा। वहीं, 25
प्रतिशत को बड़े कैप पर रोकना होगा। पहले, फंड मैनेजरों को उनकी पसंद के अनुसार आवंटित किया जाता था। वर्तमान में लार्जकैप का भार मल्टीकैप में अधिक है। नया नियम 1 जनवरी,
2021 से प्रभावी होगा।
यूपीआई भुगतान के लिए देना होगा अधिक शुल्क
वहीं, एक जनवरी से यूपीआई भुगतान के लिए भी अधिक शुल्क देना होगा। यानि अमेजन पे, गूगल पे और फोनपे ट्रांजेक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लगेगा। दरअसल, एनपीसीआई ने 1 जनवरी से थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर्स द्बारा संचालित यूपीआई पेमेंट सर्विसेज पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया है। एनपीसीआई ने नए साल में थर्ड पार्टी एप्स पर
30 फीसदी कैप लगाया है, हालांकि, पेटीएम को यह चार्ज नहीं देना होगा।
लैंडलाइन से कॉल करने का तरीका
लैंडलाइन से कॉल करने का तरीका भी एक जनवरी से बदलने जा रहा है। इसके तहत देशभर के लैंडलाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए अब नंबर से पहले जीरो लगाना जरूरी होगा। ट्राई ने इस आंतरिक कॉल के लिए 29 मई,
2020 से पहले नंबर को शून्य करने की सिफारिश की। यह टेलीकॉम कंपनियों को अधिक संख्या बनाने में मदद करेगा। डायलिग मोड में बदलाव से टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल सेवाओं के लिए अतिरिक्त
254.4 करोड़ नंबर जेनरेट कर सकेंगी। यह भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा।
जीएसटी रिटर्न का नियम
जीएसटी रिटर्न के नियम भी एक जनवरी से बदल जाएंगे। दरअसल, सरकार छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए बिक्री रिटर्न के मामले में कुछ और कदम उठाने की तैयारी कर रही है, जिसके तहत जीएसटी प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि नई प्रक्रिया में, 5 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले छोटे उद्यमियों को अगले साल जनवरी से वर्ष के दौरान केवल 4 बिक्री रिटर्न दाखिल करने होंगे। इस समय, व्यापारियों को मासिक आधार पर 12 रिटर्न (जीएसटीआर3बी) दाखिल करना होगा। इसके अलावा 4 जीएसटीआर 1 चुकाना होगा। नया नियम लागू होने के बाद करदाताओं को केवल 8 रिटर्न दाखिल करने होंगे, जिसमें से 4 जीएसटीआर, 3बी और 4 जीएसटीआर 1 रिटर्न दाखिल करना होगा।
टर्म प्लान पर प्रीमियम का नियम
वहीं, एक जनवरी से टर्म प्लान कम प्रीमियम पर खरीदे जाने की सुविधा लागू हो होने जा रही है। यानि आप कम प्रीमियम के लिए एक साधारण जीवन बीमा (स्टैंडर्ड टर्म प्लान) पॉलिसी खरीद सकेंगे। आईआरडीएआई ने आरोग्य संजीव नामक एक मानक नियमित स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू करने के बाद बीमा कंपनियों को एक मानक शब्द जीवन बीमा शुरू करने का निर्देश दिया है। इन्हीं निर्देशों के बाद, बीमा कंपनियां एक जनवरी से एक सरल जीवन बीमा पॉलिसी लॉन्च करेंगी। नई बीमा योजना में, कम प्रीमियम पर टर्म प्लान खरीदने का विकल्प होगा। साथ ही, सभी बीमा कंपनियों की पॉलिसी में कवर की शर्तें और राशि समान होंगी।
चेक से भुगतान करने का तरीका
अब बात करते हैं, चेक से भुगतान करने के तरीके पर। जब आप 1 जनवरी से चेक भुगतान करेंगे तो उससे पहले यह जान लीजिए कि इसमें किस तरह का बदलाव होने जा रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक यानि आरबीआई के नए पॉजिटिव पे सिस्टम के तहत, कुछ सूचनाओं के भुगतान की फिर से पुष्टि करनी होती है। चेक से
50,000 रुपये या इससे अधिक भुगतान करने की स्थिति में। हालांकि यह खाताधारक पर निर्भर करेगा कि वह इस सुविधा का लाभ उठाना चाहता है या नहीं। देश में तेजी से बढ रहे बैंकिग धोखाधड़ी के मामलों पर अंकुा लगाने के लिए आरबीआई ने यह निर्णय लिया है।
आसान होगा बिजली कनेक्शन पाना
एक जनवरी से आपको बिजली कनेक्शन पाने के लिए लंबे इंतजार से भी मुक्ति मिलने वाली है, क्योंकि ऐसी उम्मीद है कि सरकार एक जनवरी को बिजली उपभेक्ताओं को नए साल का तोहफा दे सकती है। बिजली मंत्रालय उपभोक्ता अधिकार नियमों को लागू करने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद, बिजली वितरण कंपनियों को निर्धारित अवधि के भीतर ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करनी होंगी, अगर वे ऐसा करने में विफल रहते हैं तो उन्हें दंडित किया जा सकता है। मसौदा नियमों को कानून मंत्रालय को भेज दिया गया है। एक बार अनुमोदित होने के बाद, ग्राहकों को नया कनेक्शन लेने के लिए बहुत अधिक कागजी कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं होगी। कंपनियों को शहरी क्षेत्रों में सात दिनों के भीतर, नगरपालिका क्षेत्रों में 15 और ग्रामीण क्षेत्रों में एक महीने के अंदर बिजली कनेक्शन देना होगा।
वहीं, लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप का समर्थन अगले साल की शुरुआत से 1 जनवरी,
2021 से कुछ स्मार्टफोन के लिए बंद कर दिया जाएगा। व्हाट्सएप का समर्थन नहीं करने वाले स्मार्टफोन में एंड्रॉइड और आईफोन शामिल हैं। यानि पुराने वर्जन सॉफ्टवेयर में व्हाट्सएप काम नहीं करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप आईओएस 9 और एंड्रॉएड
4.0.3 ऑपरेटिग सिस्टम से पुराने संस्करणों पर चलने वाले स्मार्टफोन पर काम नहीं करेगा। व्हाट्सएप सपोर्ट को आईफोन 4 या पुराने से भी हटाया जा सकता है। हालांकि, इसे अपडेट किया जा सकता है अगर, आईफोन के अगले संस्करण यानि आईफोन 4एस, आईफोन 5एस, आईफोन 5सी, आईफोन 6, आईफोन 6एस में पुराना सॉफ्टवेयर है। अपडेट करने के बाद इस आईफोन मॉडल में व्हाट्सएप चलाया जा सकता है। एंड्रॉइड स्मार्टफोन की बात करें तो व्हाट्सएप को एंड्रॉइड 4.0
3 से पुराने संस्करणों पर चलने वाले स्मार्टफोन पर सपोर्ट नहीं किया जाएगा।
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