'नर्वस नाइंटीज’ के शिकार नहीं हुए 'ब्रेडमैन’


     'क्रिकेट’ Cricket आज दुनिया का सबसे लोकप्रिय ख्ोल है। अपने लंबे इतिहास में क्रिकेट की दुनिया में कई बड़ी-बड़ी प्रतिभाएं पैदा हुईं। यह बड़ा ही दिलचस्प खेल है। लेकिन जब भी महानतम खिलाड़ियों की बात आती है तो उसमें सबसे पहला नाम ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी 'सर डॉन ब्रेडमैन’ Sir Donald Bradman का आता है। 27 अगस्त यानि आज ही के दिन 19०8 में जन्मे ब्रेडमैन ने 2० साल के क्रिकेट करियर में इतने रिकॉर्ड बना डाले कि उनमें से अधिकांश रिकॉर्ड आज भी कायम हैं। उनके नाम आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक औसत से रन बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 99.94 की औसत से रन बनाए, जो अपने-आप में बेजोड़ औसत है। अपने करियर की अंतिम पारी में डॉन ब्रेडमैन को टेस्ट क्रिकेट में 1०० रन के औसत के लिए महज 4 रनों की जरूरत थी, लेकिन यहां भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया और उन्हें बिना रन बनाए ही पैवेलियन लौटना पड़ा था।  ब्रेडमैन जितने करिश्माई बल्लेबाज थ्ो, मानसिक रूप से उतने ही दृढ़ भी थ्ो। वह कभी भी विपक्षी टीम के खिलाफ मनोवैज्ञानिक दबाव में नहीं आए। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि वह कभी भी 'नर्वस नाइंटीज’ (nervous nineties) के शिकार नहीं हुए, जबकि उन्होंने महज 52 टेस्ट मैचों में 29 शतक लगाए और 13 अर्द्धशतक। ये सभी रन उन्होंने 99.94 की औसत से बनाए। उनका सर्वोच्च स्कोर 334 रन रहा है। एक पारी में तो वह 299 रन के स्कोर पर नॉटआउट भी रहे। 


क्रिकेट की दुनिया के इस 'महानतम खिलाड़ी’ का जन्म 'न्यू साउथ वेल्स’ में हुआ था। इनका पूरा नाम 'डोनॉल्ड जॉर्ज ब्रेडमैन’ था, लेकिन इन्हें प्राय: 'द डॉन’ के नाम भी जाना जाता है। इनके दादा इटालियन शख्स थ्ो, जो 1826 ईस्वी में ही 'ऑस्ट्रेलिया’ जाकर बस गए थ्ो। ब्रेडमैन के माता-पिता स्टाकिंबिंगल के येवू शहर में रहते थ्ो। बचपन से ही ब्रेडमैन बल्लेबाजी करने का अभ्यास करते थ्ो। इसके बाद इन्होंने स्वयं सोलो क्रिकेट की स्थापना की, जिसमें क्रिकेट के स्टम्पों, बल्ला और गोल्फ की गेंद का प्रयोग किया जाता था। ब्रेडमैन ने बचपन में बहुत क्रिकेट खेला। 12 साल की उम्र में ही पहला शतक लगा लिया था। उस मैच में उन्होंने 125 बन बनाए थ्ो। यह मैच बोवरा पब्लिक स्कूल और मितगोंग हाईस्कूल के बीच खेला गया था। ब्रेडमैन ने बोवरा पब्लिक स्कूल से खेला था। 
जहां तक 'टेस्ट क्रिकेट’ में डॉन ब्रेडमैन के पर्दापण की बात है, उन्होंने इसकी शुरूआत 3० नवंबर 1928 को 'इंग्लैंड’ की टीम के खिलाफ मैच खेलकर की थी। यह भी बड़ा संयोग रहा कि इन्होंने 18 अगस्त 1948 को अपना अंतिम टेस्ट भी इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था। ब्रेडमैन ने अपने टेस्ट करियर में कुल 52 टेस्ट मैच ख्ोले थ्ो, जिसमें 99.94 की औसत से कुल 6,996 रन बनाए थ्ो। ब्रेडमैन की करिश्माई बल्लेबाजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने महज 52 टेस्ट मैचों में 29 शतक ठोके और 13 अर्द्धशतक लगाए। उन्होंने 334 रन की सर्वोच्च पारी खेली। ब्रेडमैन ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 16० गेंदें भी फेंकी, जिसमें इन्होंने चार विकेट चटकाए।
ब्रेडमैन ने 52 टेस्ट मैचों में से सबसे अधिक 37 मैच इंग्लैंड के खिलाफ ख्ोले, जिसमें उन्होंने 89.78 की औसत से 5०28 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ ब्रेडमैन ने 19 शतक और 12 अर्द्धशतक लगाए। 334 रन सर्वोच्च स्कोर रहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने 5-5 मैच 'भारत’, 'दक्षिण अफ्रीका’ और 'वेस्टडंडीज’ के खिलाफ ख्ोले। ब्रेडमैन ने भारत के खिलाफ ख्ोले पांच मैचों में 178.75 की औसत 715 रन बनाए। भारत के खिलाफ ब्रेडमैन ने चार शतक और एक अर्द्धशतक लगाया। ब्रेडमैन का भारत के खिलाफ सबसे सर्वोच्च स्कोर 2०1 रन रहा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ब्रेडमैन का औसत सबसे बेहतर रहा। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ख्ोले गए पांच मैचों में 2०1.5० की औसत से 8०6 रन बनाए, जिसमें में चार शतक भी शामिल हैं। सबसे सर्वोच्च 299 रन नॉट आउट रहा। वहीं, वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों में 74.5० की औसत से 447 रन बनाए, जिसमें दो शतक भी शामिल है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 223 रन डॉन ब्रेडमैन का सर्वोच्च स्कोर रहा। 
सर डॉन ब्रेडमैन ने अपने करियर में 12 दोहरे शतक लगाए। यह रिकॉर्ड आज तक कायम है। इसके अलावा उन्होंने 193० में हेडिंग्ले में एक ही दिन में 3०9 रन बनाए थ्ो। टेस्ट क्रिकेट के एक ही दिन में किसी भी बल्लेबाज द्बारा बनाए यह सबसे ज्यादा रन हैं। इसके अलावा डॉन ब्रेडमैन के नाम एक देश के खिलाफ 5 हजार से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड भी कायम है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5०28 रन बनाए थ्ो। 
 पांच फीट पांच इंच लंबे डॉन ब्रेडमैन दाएं हाथ के बल्लेबाज थ्ो और दाएं हाथ से ही लेग ब्रेक गेंदबाजी भी करते थ्ो। डॉन ब्रेडमैन की प्रतिभा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने क्रिकेट जीवन की अधिकांश सफलताएं महज 22 साल की उम्र में ही हासिल कर ली थी, जिसमें से बहुत से रिकॉर्ड अभी भी कायम हैं। उन्होंने 2० साल के क्रिकेट करियर में इतनी निरंतरता से रन बनाए कि भूतपूर्व 'ऑस्ट्रेलियाई क’ान’ 'बिल वुडफुल’ को यह तक कहना पड़ा कि ब्रेडमैन ने कम-से-कम तीन बल्लेबाजों के बराबर रन बनाए। 
 ब्रेडमैन के प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो उन्होंने कुल 669 पारियां ख्ोली, जिनमें 1०7 बार नॉटआउट रहे। सबसे उच्चतम स्कोर 452 रन नॉटऑउट था। उन्होंने इन पारियों में 9०.27 की औसत से कुल 5०,731 रन बनाए, जिनमें 211 शतक भी शामिल हैं। 
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी वह क्रिकेट की सेवा करने में जुटे रहे। उन्होंने तीन दशकों तक एक प्रशासक, चयनकर्ता और लेखक के रूप में क्रिकेट की बहुत सेवा की। जब वह 2००1 में सेवानिवृत्त हुए थ्ो, तो उनका क्रिकेट को दिए योगदान का समय करीब 5० साल हो गया था। क्रिकेट के लिए उनके योगदान को देखते हुए एक बार 'ऑस्ट्रेलिया’ के 'तत्कालीन प्रधानमंत्री’ 'जॉन हॉवर्ड’ ने उन्हें महानतम जीवित ऑस्ट्रेलियन कहा था। ब्रेडमैन के चित्र के साथ डाक टिकटें भी जारी हुईं और सिक्के भी ढाले गए। क्रिकेट की दुनिया का यह महानतम खिलाड़ी 92 साल की उम्र में 25 फरवरी 2००1 को इस दुनिया से अलविदा हो गया, लेकिन उनके द्बारा क्रिकेट को दिया गया योगदान हमेशा जीवित रहेगा। उन्होंने न केवल 'सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर’ बनकर दिखाया, बल्कि क्रिकेट को जुनून और जज्बे का भी ख्ोल बनाया। 11 नवंबर 2००9 को सन डॉन ब्रेडमैन को 'आईसीसी हाल ऑफ फेम’ में शामिल किया गया।


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